वैश्विक प्राण-प्रतिष्ठा समारोह: अमेरिका में कार रैली, फ्रांस में ‘राम रथ यात्रा’, और इस्लामी मुल्कों में लाइव प्रसारण

वैश्विक प्राण-प्रतिष्ठा समारोह: अमेरिका में कार रैली, फ्रांस में ‘राम रथ यात्रा’, और इस्लामी मुल्कों में लाइव प्रसारण

राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर न केवल भारत, बल्कि अमेरिका और यूरोप के श्रद्धालु भी उत्साहित हैं। चाहे फ्रांस का एफिल टॉवर हो या न्यूयॉर्क का टाइम्स स्क्वायर, हर जगह बड़े पर्दों पर राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के प्रसार की तैयारी है। यही नहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका के विभिन्न क्षेत्रों में कार रैली भी आयोजित की जाएगी। ऐसा होगा कि इस्लामी देशों में भी रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसार होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कार्यक्रम की तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं।

लोगों के उत्साह का माहौल यह दिखा रहा है कि अयोध्या में होने वाले इस कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार है, और इसका प्रभाव विदेश तक फैल गया है। इस रूप में, यह एक वैश्विक कार्यक्रम बन रहा है, जिस पर पूरी दुनिया की नजरें हैं। 21 जनवरी, 2023 को, फ्रांस की राजधानी पेरिस में ‘राम रथ यात्रा’ भी आयोजित की जा रही है, जिसमें पूरे यूरोप से श्रद्धालु इकट्ठे हो रहे हैं। साथ ही, एफिल टॉवर के पास भी कार्यक्रम का आयोजन होगा। टाइम्स स्क्वायर पर अमेरिका में, राम मंदिर के शिलान्यास के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण हो चुका है, और अब प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का आयोजन होगा।

नॉर्थ अमेरिका के कई क्षेत्रों और कनाडा में भी 22 जनवरी को मंदिरों में धार्मिक आयोजन होंगे, जहां विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। कैलिफोर्निया, वाशिंगटन, और शिकागो सहित कई संयुक्त राज्य अमेरिका के शहरों में कार रैलियाँ आयोजित की जाएगी। इस कार्यक्रम का भारतीय समय के अनुसार 12:30 बजे में होना है। जबकि पेरिस में इसका आयोजन सुबह होगा, वहीं अमेरिका में यह रात में होगा। क्योंकि रामलला अपने मंदिर में विराजने जा रहे हैं, इसलिए श्रद्धालुओं ने इस ऐतिहासिक पल के लिए विशेष तैयारियों को महत्वपूर्ण बना रखा है।

अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, और फिजी सहित 50 देशों के प्रतिनिधियों को आयोध्या में इस समारोह में उपस्थित रहने के लिए बुलाया गया है। इस्लामी देशों में जैसे कि इंडोनेशिया और सऊदी अरब, वहां भी लाइव स्ट्रीमिंग की योजना है। हवन पूजा और हनुमान चालीसा पाठ जैसे कार्यक्रम 160 देशों में होने हैं। इस तरह, यूपी भी इस कार्यक्रम के माध्यम से विश्व पटल पर अपनी एक विशेष पहचान बना रही है। इस नई गाथा के माध्यम से दुनिया भर में हिन्दू पुनरुत्थान के साक्षी बनेंगे।

पेरिस में निवासरत अविनाश मिश्रा ने साझा किया कि यूरोप के लोग पेरिस में होने वाले ‘राम रथ यात्रा’ का अवसर बचाते हुए इस महत्वपूर्ण क्षण का हिस्सा बनेंगे और एफिल टॉवर के पास होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखेंगे। उन्होंने इस यात्रा का नक्शा साझा करते हुए श्रद्धालुओं से इसमें भाग लेने की अपील की है। ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट ने भी इस कार्यक्रम से जुड़ी सूचना को रीट्वीट किया है। अविनाश ने कहा कि इस प्राण-प्रतिष्ठा आयोजन का लाइव प्रसारण देखना श्रद्धालुओं के लिए एक सौभाग्यपूर्ण अनुभव होगा।

नॉर्थ अमेरिका और कनाडा में ‘द मांडू मंदिर एम्पावरमेंट काउंसिल’ ने कई देवस्थानों में कार्यक्रम की योजना बनाई है। वाशिंगटन और शिकागो के बाद, अब कैलिफोर्निया में कार रैली होनी है। श्रद्धालुओं ने यह बताया कि हालांकि वे अयोध्या में स्थानीय हैं, लेकिन भगवान राम उनके हृदय में हैं और उनकी वापसी से वे हर्षित हैं। न्यूयॉर्क सिटी के मेयर एरिक एडम्स ने इसे हिन्दुओं की जनसंख्या के महत्व के साथ एक महत्वपूर्ण घटना बताया है, जो आध्यात्मिकता के मार्ग में बढ़ने और त्योहारों का आनंद लेने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है।

इसके अलावा, 160 विभिन्न देशों में कई कार्यक्रमों का आयोजन होना है। VHP (विश्व हिन्दू परिषद) ने इसकी योजना बनाई है। 50 देशों में विशेष आयोजन होने वाले हैं। अमेरिका में 300, मॉरीशस में 100, यूके में 25, ऑस्ट्रेलिया में 30 और कनाडा में 30 स्थानों से लाइव प्रसारण के माध्यम से अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम देखा जा सकेगा। आयरलैंड, फिजी, इंडोनेशिया, और जर्मनी में भी बड़े-बड़े कार्यक्रम होंगे, जहां लाइव प्रसारण किया जाएगा।

अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, और फिजी सहित 50 देशों के प्रतिनिधियों को आयोध्या में इस समारोह में उपस्थित रहने के लिए बुलाया गया है। इस्लामी देशों में जैसे कि इंडोनेशिया और सऊदी अरब, वहां भी लाइव स्ट्रीमिंग की योजना है। हवन पूजा और हनुमान चालीसा पाठ जैसे कार्यक्रम 160 देशों में होने हैं। इस तरह, यूपी भी इस कार्यक्रम के माध्यम से विश्व पटल पर अपनी एक विशेष पहचान बना रही है। इस नई गाथा के माध्यम से दुनिया भर में हिन्दू पुनरुत्थान के साक्षी बनेंगे।

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