स्मृति ईरानी के मदीना दौरे पर कट्टरपंथी ने किया बकवास: सऊदी वालो ने दिया करारा जवाब
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मदीना का सफर किया था, जहां उनके साथ एक गैर-मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल भी था, जिसमें कश्मीरी हिंदू IRS अधिकारी निरुपमा कोतरू भी शामिल थीं। इस मंडल ने हज की तैयारियों का निरीक्षण किया और सऊदी नेताओं से मिलकर जेद्दाह में आयोजित उमराह कॉन्फ्रेंस में भाग लिया।
उस दौरान उनकी एक फोटो वायरल हो गई, जिसमें वह अल-मस्जिद अल-नबावी के सामने सामान्य परिधान में साड़ी में खड़ी थीं। इसके बाद, उनकी तस्वीरों ने पाकिस्तान, बांग्लादेश, और भारत के इस्लामी कट्टरपंथी ताक़तों को उनपर आपत्ति जताई और अशब्दों का शिकार हुईं। हालांकि, इसके बावजूद, सऊदी अधिकारियों ने इसका कड़ा जवाब दिया।
द न्यूज’ पाकिस्तानी न्यूज पोर्टल ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल की तस्वीरों को देखकर इसे हिंदू प्रतिनिधिमंडल बताया। इन लोगों को भी इस बात से आपत्ति थी कि भारतीय मंत्री मुरलीधरण ने मस्जिद के सामने धोती और भगवा कुर्ता क्यों पहना था और स्मृति ईरानी ने अपना सिर क्यों नहीं ढका था।
कुछ लोगों ने स्मृति ईरानी को ‘काफिर खातून और काफिर औरत’ कहा। इसी परिस्थिति में इस्लामी कट्टरपंथी उजैर ने सऊदी वालों को मूर्ख बताया और कहा कि आखिर किस बिनाह पर मदीना में गैर मुस्लिमों को एंट्री दी गई।
एक यूजर ने यह कहा कि स्मृति ईरानी ने मदीना में इसलिए आना चाहा ताकि वह और अन्य महिलाएं स्कॉर्फ को हटा सकें। उसने एक पोस्ट में भी इस निर्णय का खिलाफ़ विरोध किया और उन लोगों पर बद्दुआ भी बोली कि जो सऊदी के इस निर्णय का समर्थन कर रहे हैं, उन पर भी अल्लाह का कहर बरसे।
इससे पहले किसी भारतीय ने जवाब देने की बजाय, सऊदी यूजर ने उन्हें लताड़ा। पोस्ट में उन्होंने लिखा है- “हमारी ज़मीन हमारी मर्ज़ी। सिर्फ इसलिए कि तुम्हारे पूर्वज इस्लाम में परिवर्तित हो गए थे और तुम्हें अरबी नाम मिल गया, इसका मतलब ये नहीं है कि तुम इसमें अपनी ज्ञान दो। तुम अप्रासंगिक हो और हम लोग एक जैसे नहीं हैं।”
दिलचस्प है कि सिर्फ सऊदी मुस्लिम ही इन कट्टरपंथियों को गाली नहीं देते, हाल ही में ईरानी मुस्लिम ने भी इन पर पारसी धर्म का मजाक उड़ाने के लिए उन्हें चिढ़ाया था। एक यूजर ने पाकिस्तान में डॉल्फिन के रेप के खबर को दिखाकर उन्हें कहा था- “तुम चुप रहो, तुम पाकिस्तानी हो। तुम्हारी राय अप्रासंगिक है।”